यूपी बिहार सीमा पर बढ़ी सख्ती, बलथरी में बना मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट
अपराधी गतिविधियों को प्रभावी रूप से नियंत्रण के लिए बिहार के गोपालगंज जिले में सात चेकपोस्ट को मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट के रूप में तब्दील करने का निर्णय
मनीष कुमार शाही, जिला प्रभारी :गोपालगंज। यूपी से बिहार में प्रवेश करने वालों पर सख्ती बढ़ा दी गई है। यूपी के रास्ते बिहार और फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चुनाव से पहले आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इसके लिए बार्डर पर स्थित बलथरी चेकपोस्ट को मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट के रूप में क्रियाशील किया गया है। जहां परिवहन, पुलिस, उत्पाद व वाणिज्य कर विभाग के पदाधिकारी 24 घंटे वाहनों की आवाजाही करने वालों की गहनता से छानबीन करेंगे।
यह भी पढ़े :स्कूल बस पलटने से 8 बच्चों की मौत और 37 घायल
लोकसभा चुनाव से पहले यूपी के कुशीनगर से राष्ट्रीय राजमार्ग से लगने वाले बिहार के बलथरी चेकपोस्ट के रास्ते शराब के अलावा जाली नोट, बहुमूल्य धातुओं, अनधिकृत राशियों की तस्करी तेजी से शुरू हो गई थी। इसके अलावा इस रूट पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के साइबर अपराधियों का नेटवर्क भी मजबूत हो गया था। इन पर प्रभावी नियंत्रण के लिए बिहार के गोपालगंज जिले में सात चेकपोस्ट को मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट के रूप में तब्दील करने का निर्णय लिया गया है। उत्पाद व मद्य निषेध मुख्यालय की मंजूरी के बाद शुरुआती दौर में बलथरी चेकपोस्ट को मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट के रूप में क्रियाशील कर दिया गया है।
जांच के दौरान मजिस्ट्रेट की रहेगी मौजदगी
यूपी बॉर्डर से जुड़े बलथरी चेकपोस्ट के अलावा भिंगारी चेकपोस्ट को भी मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट के रूप में विकसित किया गया है वहीं 2022 में गोपालगंज जिले में बने नए चेल्पोस्ट नरहवां, भागीपट्टी, पगरा, पकहां व एकडेंगा चेकपोस्ट को भी मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट बनाने पर कार्य चल रहा है।मल्टी एजेंसी के रूप में चेकपोस्ट को तब्दील करने का मुख्य उद्देश्य लोकसभा चुनाव में शराब व अन्य प्रतिबंधित सामान की तस्करी को रोकना है।चेकपोस्ट सप्ताह में सातों दिन व 24 घंटे कार्य करेगा।
इस चेकपोस्ट पर एक मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में परिवहन,पुलिस,उत्पाद,मध निषेध व वाणिज्य कर का प्रशासनिक अमला तैनात रहेगा। वाहनों की सघन तलाशी ली जाएगी। मामला सामने आने पर संबंधित विभाग कार्रवाई करेगा।
मशीनों से जांच की व्यवस्था,बच नहीं सकेंगे राहगीर
यूपी से जाने वाले वाहनों के अलावा लोगों की आधुनिक मशीनों से जांच की जाएगी। सभी मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट से होकर गुजरने वाले वाहनों की जांच आधुनिक स्कैनर मशीन के माध्यम से तो होगी ही, पियक्कड़ों की जांच के लिए ब्रेथ एनेलाइजर व अन्य उपकरण भी रहेंगे। मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट पर बरामद शराब व अन्य सामान का डाटाबेस भी तैयार होगा। उसकी मॉनिटरिंग मुख्यालय स्तर से प्रतिदिन की जाएगी।
यूपी के अलावा अंतरराज्यीय सीमा से जुड़ी सभी सात मल्टी एजेंसी चेकपोस्ट के लिए मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। वहीं, जो चेकपोस्ट सामान्य रूप में कार्य कर रहे थे, वे पहले की तरह कार्यरत रहेंगे। इसके अलावा जिला पुलिस व उत्पाद विभाग गंडक के दियारा में भी लगातार छापा मारने का अभियान चलाएंगे। गंडक के दुर्गम इलाकों में ड्रोन कैमरे व श्वान दस्ते की मदद ली जाएगी
चुनाव की देखते हुए यूपी बिहार सीमा पर सख्ती बढ़ाई गई है। मल्टी एजेंसी का मतलब एक प्वाइंट पर विभिन्न एजेंसी द्वारा कार्रवाई किया जाना है। परिवहन विभाग, वाणिज्य कर, पुलिस के साथ अन्य विभाग 24 घंटे और 7 दिन पूरी मुस्तैदी से मौजूद रहेंगे। हम पूरी तरह आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए तत्पर हैं। इसके लिए स्कैनर मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। वाहन के अंदर छिपाए गए सामान को स्कैनर बता देगा। -अमृतेश कुमार, उत्पाद अधीक्षक,गोपालगंज।
यह भी पढ़े :स्कूल बस पलटने से 8 बच्चों की मौत और 37 घायल