यूक्रेन की यूलिया जिटों ने युद्ध में मारे गए माता-पिता और परिजनों की आत्मा की शांति के लिए किया पिंडदान
यूलिया यूक्रेन में रहकर ऑनलाइन चीन और दूसरे देश के लिए काम कर रही है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर नई दिल्ली) TV9 भारत समाचार गया (बिहार) यूक्रेन की निवासी यूलिया जिटो मेरास ने गया में आकर गया जी में यूक्रेन – रूस युद्ध के दौरान मारे गए अपने माता-पिता के और अपने परिजनों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान व तर्पण किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार आचार्य लोकनाथ गौड़ ने यूक्रेन की युवती यूलिया जिटो को पूरी विधि विधान से कर्मकांड संपन्न कराया। यूलिया पेशे से साइकोलॉजिस्ट है ,और यूक्रेन में रहकर ऑनलाइन चीन और दूसरे देश के लिए काम कर रही है।
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वह बताती है कि युद्ध के दौरान रूस के हमले में उसके माता-पिता सहित परिवार के कई अन्य सदस्य मारे गए हैं। वहां पूरी तरह शांति फैली हुई है। युद्ध अभी भी जारी है, इस अफसर पर यूलिया ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा, कि यह युद्ध बंद कर शांति बहाल होनी चाहिए और वह गया जी में यूक्रेन के लोगों के साथ रूस में भी मारे गए सभी लोगों की आत्मा की शांति के लिए यहां पिंडदान संपन्न करा रही है। वह बताती है, कि विश्व में कहीं मोक्ष भूमि है तो वह गया जी ही हैह इसकी जानकारी मिली है कि इस बारे में उनके एक धर्मगुरु से मिली जानकारी के अनुसार जाना की गयाजी में अपने पितरों व पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया जाता है। इसलिए वह यहां आकर पिंडदान कर रही हैं। ताकि पूर्वजों को आत्मा की शांति मिल सके। वैसे वह दूसरी बार गया जी में पिंडदान कर रही है। पहली बार जब वह आई थी तो उन्हें काफी शांति महसूस हुई थी। अब दूसरी बार यूक्रेन के दौरान युद्ध में मारे गए अपने माता-पिता व अन्य परिवार जनों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान संपन्न कर रही है।
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