मुख्यमंत्री योगी की नीतियों से यूपी के खेल क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन : गिरीश चंद्र यादव
रामगढ़ताल में आयोजित सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप का उद्घाटन बुधवार को प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने किया
अभिषेक कुमार सिंह, जिला प्रभारी : गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थिति रामगढ़ताल में आयोजित सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप का उद्घाटन बुधवार को प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने किया और कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु बनाई गई नीतियों से उत्तर प्रदेश के खेल क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ है।
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खेल मंत्री ने कहा की योगी के नेतृत्व में जल्द ही रामगढ़ताल रोइंग समेत जल क्रीड़ा की गतिविधियों के एक बड़े केंद्र के रूप में स्थापित होगा और यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन संभव होगा।
उन्होंने कहा कि सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप में 20 राज्यों की टीमें प्रतिभाग कर रहीं हैं। यहां आए खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए 26 अक्टूबर को समापन समारोह में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि इससे पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के अंतर्गत रोइंग प्रतियोगिता का आयोजन गोरखपुर के रामगढ़ ताल में किया गया था और अब सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। यह उत्तर प्रदेश और विशेष रूप से गोरखपुर के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
खेल मंत्री श्री यादव ने कहा कि रोइंग के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के कई खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। रोइंग में पदक जीतने वाले मुजफ्फरनगर के पुनीत कुमार को प्रदेश सरकार ने लक्ष्मण अवार्ड से सम्मानित किया है और वह खेल कोटा से देवरिया में जिला युवा कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात हैं। पदक विजेता लखनऊ के कुदरत अली, बुलंदशहर के अरविंद सिंह, हापुड़ के लोकेश कुमार भी प्रशिक्षक के रूप में तैनात हैं। संतकबीरनगर के राजेश कुमार ने एशियन गेम्स 2010 में दो रजत पदक जीते थे। इस प्रकार उत्तर प्रदेश में रोइंग के क्षेत्र में प्रबल संभावनाएं दिख रही है और यह स्थानीय खिलाड़ियों को आगे बढ़ने में प्रेरणा प्रदान करेगी।
श्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स,खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, सांसद खेल स्पर्धा की शुरुआत कर और खेल बजट को तीन गुना करके खिलाड़ियों को हर प्रकार से प्रोत्साहित करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि 2017 से उत्तर प्रदेश सरकार ने खेल के क्षेत्र में ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा क मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पहली बार यूपी में खेल नीति बनाई गई। इसके अंतर्गत खिलाड़ियों को हर प्रकार से मदद करने का निर्णय लिया गया है। ऐसे खिलाड़ी जो ओलंपिक, पैराओलंपिक, एशियन गेम्स तथा राष्ट्रमंडल आदि में पदक लाएंगे उन्हें राजपत्रित अधिकारी बनाने का निर्णय लिया गया है। यह उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से इतर सीधी भर्ती होगी। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में प्रदेश सरकार ने ओलंपिक, पैराओलंपिक तथा एशियन गेम्स में पदक विजेता खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी बनाया है। यही नहीं, सभी भर्तियों में दो प्रतिशत स्पोर्ट कोटा लागू किया गया है।
खेल मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में खेल के क्षेत्र में अनेक प्रकार की और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सीएम योगी के निर्देश पर चंदौली, संभल, हापुड़ व शामली में भी बड़े स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। हर विकास खण्ड स्तर पर ग्रामीण मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीण स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के खिलाड़ियों को प्रदेश सरकार हर सम्भव सुविधा देने की दिशा में आगे बढ़ रही है। खेल नीति के तहत आज खिलाड़ियों को प्रदेश के बाहर जाने के लिए ट्रेन में थ्री टियर की सुविधा भी सरकार प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर खिलाड़ियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष के तहत सुविधा प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर यूपी रोइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं आगरा की विधायक रानी पक्षालिका सिंह, विधायक महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी,यूपी रोइंग एसोसिएशन के सचिव सुधीर शर्मा, यूपीआईआरए उपाध्यक्ष राणा राहुल सिंह, तमिलनाडू रोइंग के बालाजी, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर सहित खेल विभाग और प्रशासन के कई अधिकारी उपस्थित रहे।
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