मुकेश साहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के मुख्य आरोपी काजिम अंसारी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

पैसे के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में जीतन सहनी की हत्या हुई थी

विजय मिश्रा, प्रदेश प्रभारी बिहार : पटना। बिहार के पूर्व मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश साहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है। मंगलवार सुबह सामने आए हाई प्रोफाइल मर्डर का बुधवार शाम बिहार पुलिस मुख्यालय ने खुलासा कर दिया है।

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बिहार पुलिस की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि दरभंगा जिला के घनश्यामपुर थाना अंतर्गत जीतन सहनी हत्याकांड का मुख्य आरोपी काजिम अंसारी गिरफ्तार कर लिया गया है। डीजीपी आर एस भट्टी के निर्देश पर बनाई गई टीम ने जांच के आधार पर बताया है कि पैसे के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में जीतन सहनी की हत्या हुई थी और मुख्य आरोपी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।

मामले का खुलासा करते हुए दरभंगा एसएसपी ने बताया कि हत्या का मुख्या आरोपी घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के अफजला टोला, सुपौल बाजार निवासी शफीक अंसारी का पुत्र काजीम अंसारी (40) है। उन्होंने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि काजीम अंसारी की कपड़े की एक दुकान थी, लेकिन पूंजी के अभाव में उसकी दुकान बंद हो गई थी, जिस वजह से वह बेरोजगार हो गया था।

आरोपी ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा कि उसने जीतन सहनी से 2022 में तीन किश्त में डेढ़ लाख का लोन 4% मासिक ब्याज की दर पर अपनी ज़मीन गिरवी रख कर लिया था। कर्ज लेने के बाद वह रुपया चुकाने में असमर्थ हो रहा था। 2023 में इसने जीतन सहनी को ब्याज का 50 हजार रुपया दिया। जीतन सहनी के द्वारा बाकी के रकम को लौटाने के लिए उसपर दवाब बनाया जा रहा था। जिसे आरोपी देने में खुद को असमर्थ बता रहा था।मृतक ब्याज पर पैसा लेने के दौरान आरोपी काजिम के जमीन के कागजात को अपने पास जमा करा लिया था।

12 जुलाई को काजिम अंसारी और इनके एक साथी मो० सितारे उर्फ छेदी मृतक से ब्याज की रकम कम करके उधार का हिसाब करने और ज़मीन वापस करने के लिए जीतन सहनी से बात करने गया था, लेकिन बातचीत के दौरान दोनों पक्षो के बीच कहासुनी होने लगी और बात नहीं बनी। इस बात की पुष्टि सितारे और मृतक के भतीजे प्रमोद सहनी ने भी की।

कोई रास्ता समझ न आने पर काजिम अंसारी ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर जीतन सहनी से अपने लोन के कागजात ज़बरदस्ती छिनने की योजना बनाई। घटना की रात्रि में काजिम ने 10 से 11 बजे के बीच मृतक के घर के सामने वाली गली में रेकी की जो पास में लगे cctv फुटेज में भी आ गया। यह सुनिश्चित होने के बाद कि रात्रि 11 बजे के बाद मृतक के घर से सब लोग चले गए हैं, रात्रि लगभग डेढ़ बजे काजिम और उसके साथियों ने घर के पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। दरवाजा में अंदर का लॉक नही है। प्रवेश करने के बाद अभियुक्तों ने मृतक को जगाकर डरा धमका कर अपनी जमीन और लोन के कागज़ात मांगे। परन्तु मृतक ने उल्टा गाली देना शुरू कर दिया।

इस पर काजिम ने गुस्से में आकर मृतक पर ताबड़तोड़ चाकू से वार करना शुरू कर दिया। बाकी लोगों ने मृतक के हाथ पैर पकड़ कर रखे थे। हत्या करने के बाद अभियुक्तों ने कागज़ात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की, ताकि अपने कागज़ात वापस ले जा सकें। परन्तु चाबी नही मिली। इस पर अभियुक्तों ने निर्णय लिया कि अलमारी को बन्द अवस्था मे ही पानी मे फेंक दें ताकि सभी काग़ज़ गलकर नष्ट हो जाएं। फिर सभी आरोपियों ने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे स्थित छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहाँ से फरार हो गए।

एफएसएल टीम को प्रमाण भी मिले 

अभियुक्त काजिम अंसारी के अपराध करने के समय पहने कपड़ों को उसके घर से जब्त किया गया है। हालाँकि कपड़े धो दिए गए थे, फिर भी इन पर FSL की टीम ने ब्लड के चिन्ह पाए हैं। काजिम के नाखून से भी FSL की जांच में ब्लड के अवशेष मिले हैं। काजिम अंसारी ने अपने जिन साथियों के नाम बताए हैं उनके विषय मे जांच की जा रही है।

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