महाकुंभ में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भूटान नरेश की आस्था की डुबकी
सीएम योगी संग संगम स्नान, अक्षयवट और बड़े हनुमान जी के किए दर्शन
दिनेश चंद्र मिश्रा
महाकुंभ 2025 : प्रयागराज। यूपी की देव नगरी त्रिवेणी संगम प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के अद्भुत आध्यात्मिक आयोजन का आकर्षण दुनिया भर में महसूस किया जा रहा है। इसी कड़ी में भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ त्रिवेणी संगम में आस्था की पवित्र डुबकी लगाई। इस यात्रा के दौरान उन्होंने ‘अक्षयवट’ और ‘बड़े हनुमान मंदिर’ के दर्शन भी किए और “डिजिटल महाकुंभ अनुभूति केंद्र” का अवलोकन कर महाकुंभ के दिव्य और भव्य स्वरूप को निहारा।
भूटान नरेश का गर्मजोशी से हुआ स्वागत
भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक सोमवार को थिम्फू से लखनऊ पहुंचे, जहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका भव्य स्वागत किया। मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री के साथ उन्होंने प्रयागराज की पावन भूमि पर कदम रखा और सीधे त्रिवेणी संगम पहुंचे।
त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान
महाकुंभ के इस शुभ अवसर पर भूटान नरेश और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। स्नान के उपरांत दोनों नेताओं ने विधि-विधान से गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदी की पूजा-अर्चना की। संगम तट पर उन्होंने साइबेरियन पक्षियों को दाना भी खिलाया, जिससे इस आध्यात्मिक यात्रा में एक भावनात्मक और पर्यावरणीय संदेश भी जुड़ गया।
अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर के दर्शन
संगम स्नान के बाद भूटान नरेश ‘अक्षयवट’ के दर्शन के लिए पहुंचे। यह वट वृक्ष हिंदू मान्यताओं में अमरता का प्रतीक माना जाता है। इसके बाद उन्होंने ‘बड़े हनुमान मंदिर’ में हाजिरी लगाई और बजरंग बली का आशीर्वाद लिया।
डिजिटल महाकुंभ का अनुभव
आधुनिक तकनीक से सुसज्जित “डिजिटल महाकुंभ अनुभूति केंद्र” का भी भूटान नरेश ने दौरा किया। यहां उन्होंने महाकुंभ 2025 के दिव्य और भव्य स्वरूप को डिजिटल माध्यम से देखा और आयोजन की भव्यता को लेकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की।
भारत-भूटान संबंधों को मजबूती
भूटान नरेश का यह दौरा भारत-भूटान के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बल मिलेगा।
इन गणमान्य हस्तियों की भी रही उपस्थिति
इस पावन अवसर पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, विष्णुस्वामी संप्रदाय के सतुआ बाबा पीठ के महंत जगद्गुरु संतोष दास (सतुआ बाबा) सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।