हरदोई। हज के सफर पर जाने वाले हर किसी की दिली ख्वाहिश होती है कि वहीं उसकी ज़िंदगी की शाम हो जाए और वहीं की सरज़मी में उसे सुला दिया जाए। मल्लावां कस्बे की रुखसाना की ख्वाहिश पूरी हो गई। अपने शौहर के साथ हज के सफर पर मदीना पहुंची रुखसाना की वहीं तबियत बिगड़ गई। उन्हें वहां के एक हास्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां शुक्रवार की रात को रुखसाना ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
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बताया गया है कि मल्लावां कस्बे के मोहल्ला छत्ताटोला निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक 64 वर्षीय जाकिर हुसैन अपनी 58 वर्षीय पत्नी रुखसाना के साथ 26 मई को हज के सफर पर रवाना हो कर सऊदी अरब के मदीना शहर पहुंचे। सोमवार को रुखसाना की वहीं हालत बिगड़ गई जिससे उनको इलाज के लिए मदीना के एक हास्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां शुक्रवार की रात को इलाज के दौरान उनकी सांसें थम गई।
रुखसाना के न रहने की खबर जैसे ही उनके घर के लोगों ने सुनी, खबर सुनते ही उनके घर मे कोहराम मच गया। वहीं समूचे कस्बे के लोग भी ग़मगीन हो गए। इसका पता होते ही चेयरमैन तबस्सुम के अलावा और बहुत सारे लोग ज़ाकिर हुसैन के घर पहुंचने लगे। घर वालों का कहना है कि हज के सफर के दौरान मदीना में मौत होना खुशनसीबी है, इस लिए उन्हें वहीं सुपुर्द-ए-खाक किया जायेगा। रुखसाना के तीन बेटे और दो बेटियां है, सभी बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।
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