बालाजी धाम के गुस्साए हाथी ने राहगीर को रौंदा,हुई मौत
दिनदहाड़े हुए इस हादसे से टिकरा गांव में मची भगदड़,पुलिस ने पहुंच कर शुरू की जांच, ग़म के साथ लोगों में गुस्सा
अखिलेश राय,सम्पादक व प्रभारी (उ.प्र.):हरदोई। चारे के लिए जा रहा बालाजी धाम हाथी एकदम से गुस्सा हो गया और उसने सड़क पर जा रहे राहगीर को पहले पटका और फिर उसे रौंदता हुआ निकल गया। जिससे राहगीर की वहीं पर दर्दनाक मौत हो गई। सोमवार को दिनदहाड़े हुए इस हादसे से गांव में भगदड़ मच गई। मामला कोतवाली देहात के टिकरा गांव का बताया गया है। ग़म में डूबे गांव वालों में गुस्सा पनप गया।
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बताया गया है कि सोमवार को बालाजी धाम के हाथी का पीलवान उस पर सवार हो कर चारे के लिए उसे पड़ोसी गांव टिकरा गांव ले जा रहा था। वहां गांव निवासी 38 वर्षीय हरिहर पुत्र रामपाल घर से खाना खाने के बाद वहीं तिराहे पर एक दुकान के सामने खड़ा हुआ था। इसी बीच हाथी एकदम से गुस्सा हो गया, उसने सामने खड़े राहगीर हरिहर को पहले पटका, फिर उसे रौंदता हुआ निकल गया। इसे देख कर गांव में भगदड़ मच गई। कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले ही हरिहर की मौत हो चुकी थी। इसका पता होते ही यूपी-112 की पीआरवी टीम वहां पहुंच कर वहां जांच कर रही है। गांव में मची अफरा-तफरी के बीच पीलवान हाथी को वहां से ले कर सीधे बालाजी धाम पहुंच कर उसे वहां बांध दिया। अपने को हरिहर का भाई बता रहे रोहित वर्मा का कहना था कि पीलवान नशे में था। उसी वजह से वह हाथी को काबू नहीं कर सका और एक दर्दनाक हादसा हो गया। रोहित का कहना है कि मज़दूरी करने वाले हरिहर के परिवार में उसकी पत्नी के अलावा चार बेटियां और एक बेटा है। इस हादसे को ले कर ग़म में डूबे गांव वालों में गुस्सा भरा हुआ है।
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