देवरिया लोकसभा से पूर्व विधायक नन्दकिशोर मिश्र के नाम की चर्चा होते ही बढ़ी राजनैतिक सरगर्मी
देवरिया और कुशीनगर दोनों जनपदों के कार्यकर्ताओं में नए उत्साह का संचार बढ़ेगा,बेदाग छवि कार्यक्षमता गंडक गन्ना की समस्याओं से परिपूर्ण अवगत बेवाक टिप्पणी जन-जन में पहुंच के लिए जाने जाते हैं पूर्व विधायक पंडित नंदकिशोर मिश्रा
कृष्णा यादव,तमकुही राज/कुशीनगर। आगामी चुनाव लोकसभा 2024 में भाजपा के नए समीकरण के मंथन में तमकुहीराज के पूर्व विधायक पंडित नंदकिशोर मिश्रा का भाजपा प्रत्याशी के लिस्ट में नाम जोड़ने के बाद एक तेज संवाद का संचार आम जनता ने शुरू कर दिया है। लोगों का मानना है कि देवरिया लोकसभा की जनता स्व. मोहन सिंह और ले.ज. श्रीप्रकाश मणि के बाद अपने को राजनैतिक रूप से जनता कमजोर समझने लगी थी।
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उनके बाद बसपा के गोरख जायसवाल का चुनाव जीतना इस क्षेत्र के लिए फायदेमंद साबित नहीं हुआ।लेकिन जैसे ही भाजपा के कद्दावर नेता जमीन से जुड़े और संगठन के प्रति समर्पित पूर्व विधायक नन्दकिशोर मिश्र के नाम की चर्चा सोशल मीडिया पर चल रहे खबरों में आया। लोगों को स्व. राजमंगल पांडे, स्व. बाबू गेंदा सिंह, स्व. रामायण राय की यादें लोगों के दिमाग में उमड़ने लगी हैं।क्षेत्र की जनता यह कहते हुए सुनी जा रही कि आजकल के राजनैतिक लोग सिर्फ दल और कार्यकर्ताओं के सहारे अपने वजूद को खड़ा करने में लगे है।
जबकि पूर्व विधायक नन्दकिशोर मिश्र जनता के सम्पर्क में रहते है, उन्हें हर गांव के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ गांव के अधिकतर लोगों से सीधा सम्बन्ध है। उन्होंने उन्हीं लोगों के बीच से कर्मठ और जुझारू लोगों की टीम बना पार्टी के संगठन को खड़ा करने के साथ अपने कार्यकर्ताओं को समाज मे अलाग पहचान दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा हैं। इसी के बदौलत सभी समाज के लोग उन्हें अपना नेता मानते है।
लोग यह भी कह रहे कि नन्दकिशोर मिश्र ने गन्ना, गंडक और गुंडा को लेकर संघर्ष किया। अल्प समय विधायक रहते हुए कई सड़कों की जाल बिछाने दियारा क्षेत्र के लोगों को दुदही नगर पंचायत बाजार से जोड़ने के लिए जमुआन घाट पर महीनों महीने धरना और अनशन तथा श्रमदान के माध्यम से पक्का पुल बनवाने का ऐतिहासिक काम किया। आज दियारा क्षेत्र के किसान शहरों एवं तहसील तथा जिला से जुड़कर अपनी आवश्यक आवश्यकता ओं को पूरा करते हुए सेवरही चीनी मिल को बनाए गए इस रास्ते से अपनी गाढ़ी कमाई गन्ना की आपूर्ति करते हैं, जिसका लगभग सभी दलों के लोग आज भी उसकी चर्चा करते हैं। पार्टी से जुड़े लोगों में भी इस बात की चर्चा है कि नन्दकिशोर मिश्र को टिकट मिला तो लगभग कार्यकर्ता खुद को नन्दकिशोर मिश्र समझ पार्टी को ऐतिहासिक जीत दिलाने को अपना घर परिवार छोड़ चुनाव भर क्षेत्रों में प्रवास करने को निकल जाएंगे।
विभिन्न समाज में यह चर्चा शुरू हो गयी है कि वर्तमान समय में नन्दकिशोर मिश्र जैसे व्यक्ति की जरूरत हैं। अगर भाजपा संगठन के अंदर इसको लेकर मंथन शुरू हुआ है तो यह देवरिया ही नहीं कुशीनगर और सलेमपुर लोकसभा के लिए भी अच्छा सन्देश माना जायेगा।कारण नन्दकिशोर मिश्र जी तब से पार्टी की राजनीति से जुड़े है जब देवरिया जिला हुआ करता था और ये सभी लोकसभा उसी में पड़ते हैं। इनका इन सभी क्षेत्रों में मजबूत पकड़ हैं। जिन्हें टिकट मिला तो देवरिया और कुशीनगर दोनों जनपदों में पार्टी कार्यकर्ताओं में नए उत्साह का संचार हो सकता है।
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