तमकुही राज : अनामिका हॉस्पिटल में प्रसव के चार दिन बाद नवजात शिशु की मौत, परिजनों ने किया हंगामा
👉 आईसीयू में भर्ती के लिए डॉक्टर ने मांगा परिजनों से रु046000, नहीं देने पर गोरखपुर किया रेफर। रास्ते में ले जाते समय नवजात की मौत,👉तहसील क्षेत्र के दुदही बाजार में भी चलता है इस डॉक्टर का हॉस्पिटल अस्पताल में कुशल प्रशिक्षित स्टाफ नर्स की जगह झोलाछाप नर्से कर रही है चिरफाड़👉मौके पर पहुंची पुलिस मामला रफा- दफा करने में जुटी, मैनेज का खेल शुरू👉समाचार लिखे जाने तक तमकुही राज स्वास्थ्य केंद्र से कोई सरकारी डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंचा
कृष्णा यादव,जिला संवाददाता :तमकुही राज/कुशीनगर। स्थानीय नगर में झोलाछाप डॉक्टरो के द्वारा बड़े-बड़े हॉस्पिटल खोलकर महिलाओं का दवा इलाज किया जा रहा है। प्रसव पीड़ा के नाम पर तुरंत कोई भी डॉक्टर बिना जांच कराए ही भर्ती कर ले रहा है तथा परिजनों को सलाह दे रहा है कि महिला का ऑपरेशन करना पड़ेगा, हालात सीरियस है। परिजन घबरा करके डॉक्टर की सारी बातों को मान रहे हैं।
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आए दिन किसी न किसी हॉस्पिटल में जच्चा बच्चा की मौत अथवा नवजात शिशु की मौत होती रहती है अस्पताल कई बार यहां सील भी हुए हैं परंतु चिकित्सा प्रभारी के कृपा पात्र से पुनः अस्पताल बहाल हो जाते हैं और दवा इलाज उसी स्थिति में शुरू हो जाती है। परंतु प्रशासनिक स्तर पर उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण तमकुही राज में महिला अस्पतालों की भरमार लगी हुई है।
बृहस्पतिवार के दिन सायं काल समउर तमकुही मार्ग पर स्थित अनामिका हॉस्पिटल में चार दिन पहले तमकुही थाना क्षेत्र के डूभा ग्राम निवासी गयासुद्दीन उर्फ भुवर की औरत को प्रसव पीड़ा होने लगी। गयासुद्दीन बाहर रहता है गांव के लोगों से अपील किया कि किसी अस्पताल में भर्ती करवा कर इलाज करवा दें जो पैसा खर्च होगा, हम देने के लिए तैयार हैं। गांव के लोगों ने तीन दिन पहले अनामिका हॉस्पिटल में प्रसव पीड़ा से पीड़ित महिला को भर्ती करवा दिया। बच्चा ऑपरेशन से पैदा हुआ, बच्चों को सांस की दिक्कत आने लगी डॉक्टर ने आईसीयू में भर्ती करवाने के लिए परिजनों से 46000 की मांग की।
परिजन नहीं दे सके इसके बाद गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया। गोरखपुर ले जाते समय नवजात शिशु ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया उसके बाद बृहस्पतिवार के दिन सायं काल महिला अस्पताल से बाहर निकाल कर सड़क पर चिल्लाने लगी। आसपास तथा गांव नगर के लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई, डॉक्टर अस्पताल छोड़कर सब भाग गए।
लोगों की सूचना पर स्थानीय थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित किया तथा डॉक्टर को फोन करके तुरंत आने को कहा समाचार लिखे जाने तक अस्पताल पर भारी पुलिस फोर्स जमी हुई है। कोई सरकारी डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंच पाया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गांव के कुछ लोगों की मध्यस्थता के कारण मैनेज का खेल जारी है। कोई अभियोग पंजीकृत नहीं हुआ है। बच्चों का शव एवं पीड़ित महिला अस्पताल में ही पड़े हुए हैं। बाहर पुलिस जमी हुई है,खबर लिखें जानें तक़ कोई सरकारी डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंचा है। तमकुही राज में जिंदगी और मौत के सौदागर बैठे हुए हैं। जनता के साथ घोर पीड़ा न्याय का समाचार मिला है।
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