तमकुहीराज तहसील व पुलिस सर्किल क्षेत्र के घटना क्रम पर आधारित अशोक वत्स की साप्ताहिक रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव के बाद भी व्यवस्था में नहीं दिखा परिवर्तन :गोवंश व अवैध शराब तस्करी के खिलाफ कार्रवाई की चर्चा के बीच सवाल भी, चर्चा में है नगर पंचायत तमकुहीराज के ईओ की कार्यशैली ; तमकुहीराज तहसील व पुलिस सर्किल क्षेत्र के घटना क्रम पर आधारित है।

अशोक वत्स,जिला संवाददाता :तमकुहीराज /कुशीनगर। बीते शनिवार को सम्पूर्ण तहसील समाधान दिवस में बेटे के हमले से घायल सेवरही थाना क्षेत्र के गांव सरगटिया करनपट्टी निवासी बुजुर्ग महिला के तहसील में पहुँचने पर एसडीएम विकास चन्द्र ने अपने कर्मचारियों के सहयोग से पीड़िता को सभागार में बुला कुर्सी पर बैठाया और फिर डायस से नीचे आ पीड़िता की पूरी बात सुन सेवरही थाने से आये एसआई को बुला यह कहा कि पहले महिला को लेकर थाने जाय, मुकदमा दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर फिर तहसील दिवस में आये।

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लेकिन महिला के थाने जाने पर पुलिस की न्याय की परिभाषा बदल गयी। और एसडीएम का निर्देश भी पीड़िता को न्याय नहीं दिला सका। पुलिस ने बुजुर्ग माँ के साथ ही बेटे के तहरीर पर भी मामला दर्ज कर ली है।

विधायक डॉ. असीम कुमार का बड़ा आरोप

तमकुहीराज के विधायक डॉ. असीम कुमार ने तहसील परिसर में इंटरलॉकिंग रोड व अधिवक्ता सेड का निर्माण कराकर अधिवक्ता व वादकरियो के लिए अच्छी सुविधा उपलब्ध कराई है। उनके द्वारा ग्राम न्यायालय को शीघ्र शुरू कराने के दिशा में प्रयास करने के आश्वासन की भी चर्चा हो रही। तहसील सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने एसडीएम व तहसीलदार के कार्यो की सराहना किया। लेकिन सार्वजनिक मंच से यह कहा कि एक फरियादी से लेखपाल ने 13 हजार रुपये ले लिया और उसका काम भी नहीं किया। उनके सख्ती पर लेखपाल से पैसा वापस कराया गया। आम आदमी यह पूछ रहा कि विधायक के सख्ती के बाद पीड़ित से पैसा लेने वाले लेखपाल पर तहसील प्रशासन ने आखिर कार्रवाई क्यों नहीं किया। ऐसे बहुत मामले है जिसकी चर्चा तहसील परिसर में हर रोज होती है।

तहसील प्रशासन का सराहनीय कार्य

तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के विकास खण्ड सेवरही व दुदही के कई गांव नारायणी नदी/बड़ी गंडक व बांसी नदी के किनारे बसे है। नदी में पानी बढ़ने और घटने दोनों ही स्थिति में बंधे पर दबाव की स्थिति में नदी किनारे बसे गांव के ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। हालांकि जिला प्रशासन/तहसील प्रशासन नदी के बंधे के निकट बाढ़ चौकियां स्थापित कर हर स्थिति पर नजर बनाये हुए है। प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को समय पूर्व आवश्यक निर्देश व सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। तमकुहीराज के एसडीएम विकास चन्द्र व तहसीलदार चंदन शर्मा लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौड़ा कर ग्रामीणों, बाढ़ खण्ड के अधिकारियों से संवाद कर रहे है। नारायणी नदी के उस पर खेती करने गये बाढ़ में फंसे किसान को तहसील प्रशासन ने चार दिन बाद मोटर वोट से वापस ला अनहोनी की आशंका से ग्रसित परिजनों और ग्रमीणों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दिया था।

फर्जी जीएसटी गिरोह का खुलासा—-@सवाल भी

तमकुहीराज क्षेत्र बिहार सीमा से लगा है। यहां फोरलेन से गुजरने वाले मालवाहकों से लगातार हजारों रुपये की ठगी होती रहती है। लगभग मामले पुलिस के पास पहुँचते है। लेकिन मालवाहकों के चालक पुलिस को सूचना देकर आपबीती बता अपने यात्रा पर निकल जाते है, लेकिन कार्रवाई….? इसी बीच एक प्रभावशाली ट्रांसपोर्टर के मालवाहक से जीएसटी के नाम पर ठगी हो गयी। पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया। चर्चा है कि ऊपरी दबाव में पुलिस हरकत में आई और पुलिस को एक बड़ा गिरोह हाथ लग गया। पुलिस की इस कार्रवाई की खूब तारीफ हो रही। लेकिन लोग यह सवाल भी पूछ रहे कि आखिर इतना बड़ा गिरोह यहां फर्जीवाड़े का काम कर रहा था, और पुलिस को इसकी भनक भी नहीं थी या …….?

मैनेज का खेल

तमकुहीराज सर्किल की पुलिस पर गम्भीर घटनाओं को छुपाने, और गम्भीर मामलों में दबाव बना मैनेज कराने की भी चर्चा हो रही।जिसकी शिकायत पीड़ित/पीड़िता पुलिस कप्तान तक लेकर पहुँच रहे। आम आदमी को पुलिस के इस नये न्याय के परिभाषा ने अचंभित कर दिया है। इसमें तमकुहीराज पुलिस इसमें सबसेआगे बताई जा रही है।

पुलिस के एक्शन के बाद भी नहीं रुक रही पशु तस्करी

फोरलेन के रास्ते बिहार को होने वाले गोवंशों की तस्करी की चर्चा में पुलिस के लगातार हो रही बरामदगी, गिरफ्तारी, मुठभेड़, गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई के बाद भी कोई कमी नहीं आई।

आम आदमी एक सवाल बार बार कर रहा कि आखिर तमकुहीराज व तरयासुजान थाना क्षेत्रों से होने वाली पिकअप वाहन से तस्करी हवाई मार्ग से तो यहां नहीं पहुँच रहे। अगर ये तस्कर फोरलेन के रास्ते पीछे से यानी गोरखपुर या फिर कुशीनगर जिले के फोरलेन पर स्थित कोतवाली हाटा, थाना कसया, तुर्कपट्टी और पटहेरवा के रास्ते तमकुहीराज पहुँचते है तो इन थानों की पुलिस क्या करती है। *वहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज जितेंद सिंह कालरा के स्तर से की जा रही सख्ती व कार्रवाई की लोग तारीफ कर रहे।* लेकिन फोरलेन पर स्थिति थाने स्तर पर लाइनरों की मिली भगत की भी खूब चर्चा हो रही।

चर्चा यह भी है कि वैसे तो प्रतिदिन फोरलेन के रास्ते प्रातः 04 बजे से 10 बजे के बीच पशु तस्करी पिकअप वाहनों से होती है, फिर एक एक कर पूरे दिन चलता रहता है, लेकिन मंगलवार व शुक्रवार को बड़े पैमाने पर होती है। फोरलेन के अलावे पटहेरवा से समउर बाजार व चौराखास के इंद्रा बाजार व बनकटा बाजार के रास्ते भी गोवंशों की तस्करी की चर्चा खूब हो रही। आम लोगों या फिर सोशल मीडिया पर पशु तस्करी का फोटो/वीडियो वायरल होने पर पुलिस लाव लश्कर के साथ फोरलेन पर उपस्थिति दर्ज कराती है, लेकिन चर्चा यह है कि पुलिस के फोरलेन पर पहुँचने के पूर्व ही यह खबर तस्करों तक पहुँच जाती है, और पुलिस के हाथ खाली रह जाता है।

नगर पंचायत तमकुहीराज की स्थिति 

तमकुहीराज नगर पंचायत की ईओ साहिबा के कार्यशैली की चर्चा पूरे शबाब पर है। नगर में बारिश के दौरान कचड़ा के मुख्य सड़क पर फैलना हो या भुगतान के मामले में डिलिग यह किसी से छुपी नहीं है। ईओ साहिबा का नगर पंचायत में आवास होने के बाद भी यहां न रहना और दफ्तर में अपने सुविधा के अनुसार या फिर अपने मर्जी से आना चर्चा में सुमार है। ईओ साहिबा के दफ्तर में कम आने की आम आदमी के चर्चा के बीच मैं भी इसके सत्यापन को लगातार तीन दिन नगर पंचायत गया। लेकिन ईओ साहिबा का दर्शन सम्भव नहीं हो सका।

बिहार में शराब बंदी ने बिहार सीमा से लगे तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में यूपी से बिहार में अवैध शराब की तस्करी चरम पर है। आम आदमी सीमा पर बिहार प्रशासन द्वारा प्रतिदिन भारी मात्रा की जा रही बरामदगी को आधार बना यह सवाल कर रहा कि यूपी प्रशासन को यह शराब तस्कर क्यों नहीं मिल रहे। जबकि सीमा पर बिहार प्रशासन प्रतिदिन शराब तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर रही है। यानी यहां आँख मिचौली का खेल खूब खेला जा रहा है।

धार्मिक आयोजन के भूमि के विवाद को प्रशासन ने सुलझाया

तमकुहीराज थाना क्षेत्र के गांव कोटवा गुलाब राय में धार्मिक आयोजन मुहर्रम व अन्य आयोजनों को लेकर बीते वर्ष से चले विवाद को तमकुहीराज के एसडीएम विकास चन्द्र व सीओ जितेंद सिंह कालरा ने मौके पर पहुँच दोनों पक्ष के ग्रामीणों से बात कर ग्राम पंचायत की सार्वजनिक जमीन को धार्मिक आयोजन के लिए चिन्हित कर सुलझा लिया है। इस मामले में तहसील और पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार किये गये प्रयास की आम लोग सराहना कर रहे है।

रजिस्ट्री कार्यालय तमकुहीराज का कारनामा

“पैसा फेंको तमाशा देखों” यह डायलॉग सिर्फ गांव और शहरों के नुक्कड़ों पर मदारी देखने वाले ही बोलते है, लेकिन तमकुहीराज रजिस्ट्री कार्यालय में अगर आपके पास पैसा देने की क्षमता है तो किसी के जमीन को किसी को खड़ा कराकर रजिस्ट्री करा सकते है। ऐसे फ्राड के समय आप रजिस्ट्रार के सामने गवाही के समय भी बता रहे कि यह फर्जी व्यक्ति है और दूसरे के नाम पर जमीन रजिस्ट्री कर रहा तब भी कोई बात नहीं। ऐसी कई घटनाएं हो चुकी। एक बैनामा वापस भी हो चुका, कुछ में कार्रवाई चल रही। आम आदमी में चर्चा है कि ऐसे रजिस्ट्री कार्यालय की महिमा लोगों को भूमिहीन बनाने देर नहीं लगेगी।

तमकुहीराज तहसील व पुलिस सर्किल क्षेत्र की कुछ खास घटनाएं जो चर्चा में रही

तमकुहीराज थाना क्षेत्र के गांव गोड़ईता श्रीराम में शुक्रवार की सुबह गन्ने के खेत में एक महिला का शव बरामद हुआ। जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी है, मृतक महिला का पहचान न होना गम्भीर बरदात की ओर इशारा कर रहा।

पटहेरवा थाना क्षेत्र के गांव पिपरा कनक के टोला निवासी समाजिक कार्यकर्ता मुस्ताक अंसारी के 12 वर्षीय बेटे का शव पोखरे में मिलने से पूरा क्षेत्र गमगीन है। तो वही पटहेरवा थाना क्षेत्र के गांव नाथापट्टी के ग्राम प्रधान का मारपीट और गाली गुप्ता देने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तैर रहा।

200 मीटर की जगह 12 किमी. की यात्रा

गौरी जगदीश में स्थित बांसी नदी पर वर्षों पूर्व बने पीपा के पुल को प्रशासन ने खतरे के अंदेशा में बंद करा दिया है, जिससे नदी के चौड़ाई दो सौ मीटर की दूरी पार कर इस पार से उस पार आने जाने वाले लोगों को अब 12 किमी. की दूरी तय करनी पड़ रही। जबकि छात्रों, मरीजों और ग्रामीणों की दिक्कत बढ़ गयी है। प्रशासन ने नाव की व्यवस्था कराने की बात कही थी। लेकिन एक सप्ताह बाद भी स्थिति जस की तस है।

उक्त विचार बीते सप्ताह के घटना क्रम को लेकर आम आदमी के बीच हो रहे चर्चाओं पर आधारित है। अगर इस लेख से व्यक्तिगत या सामाजिक तौर पर किसी भी व्यक्ति को ठेस पहुँची हो तो मुझें उसका खेद है। -अशोक वत्स,तमकुहीराज /कुशीनगर।

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