डीएम ने जिले के अधिकारियों को दिए सख्त दिशानिर्देश, किसानों से प्राप्त शिकायतो का करें पूर्ण गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण
जिला अधिकारी उमेश मिश्रा ने कहा कि किसान देश की रीढ़ है।
मुकेश कुमार (एडिटर क्राइम व सह प्रभारी उत्तर प्रदेश ) बिजनौर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों से प्राप्त शिकायतों का निस्तारण पूर्ण गुणवत्ता के साथ करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसान देश की रीढ़ है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार किसानों के हेतार्थ अनेकों कदम उठा रही है तथा अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। जिसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों के प्रति संवेदनशील होकर कार्य करें।
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जिलाधिकारी श्री मिश्रा आज दोपहर 12:00 बजे विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए, कि किसानों की समस्याओं व सुझावों को गंभीरता के साथ सुने और उनकी समस्याओं का निस्तारण पूर्ण मानक एवं तत्परता के साथ करना सुनिश्चित करें। ताकि किसान दिवस का औचित्य सिद्ध हो सके। उन्होंने कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि किसान दिवस के अवसर पर जो भी शिकायतें प्राप्त हों उन्हें रजिस्टर्ड करते हुए यह भी सुनिश्चित करें, कि आगामी किसान दिवस से पूर्व प्राप्त शिकायतों का शत-प्रतिशत रूप से निस्तारण हो जाए। उन्होंने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रशासन द्वारा निराश्रित पशुओं को संरक्षित करने का कार्य पूरी गंभीरता के साथ संचालित है और जिले के विभिन्न स्थानों गोश्रय स्थलों का निर्माण कराया गया है और निरंतर प्रयासरत है। कि कोई भी निराश्रित पशु सड़कों पर आवारा घूमता हुआ नहीं पाया जाए। उन्होंने यह भी बताया कि संरक्षित गोवंशओं के लिए चारे की समुचित व्यवस्था के लिए जहां चारागाह की जमीन 20 से 25 बीघा से ज्यादा है वहां उक्त भूमि पर चारा नेपियर घास, संपूर्ण घास, चरी की बुवाई कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा बड़े गोश्रय स्तनों में भूसे की भी पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है ताकि वहां संरक्षित गोवंशों को हर समय समुचित चारा उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि वर्मी कंपोस्टिंग का काम हर गांव में करा रहे हैं। जिससे खाद्य, बिजली पैदा करने में सहयोग होगा। उन्होंने किसान बंधुओं को अवगत कराया कि आने वाले समय में गन्ने से पेट्रोलियम पदार्थ से ऐथनाल बनाने की योजना से किसानों की आय में वृद्धि होने की संभावना है। उन्होंने गन्ना भुगतान पर किसानों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि भिलाई मिल के भुगतान में कमी का समाधान ढूंढने पर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि आश्रम में प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण केंद्र बनाने पर भी कार्य प्रगति पर है। उन्होंने सभी किसानों से आह्वान किया है कि किसान खेती के प्रति अपनी दृष्टि बदले और परंपरागत खेती से आगे बढ़कर व्यवसाय खेती की ओर अग्रसर हो। उन्होंने सभी किसानों को प्राकृतिक खेती अंगीकार करने के लिए प्रोत्साहित किया। किसान दिवस के अवसर पर बिजली विभाग से संबंधित शिकायतों व अन्य शिकायतों के निस्तारण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनय कुमार, उप कृषि निदेशक गिरीशचंद्र, जिला कृषि अधिकारी डॉ अवधेश मिश्र, जिला गन्ना अधिकारी पी एन सिंह सहित अन्य अधिकारी व किसान बंधु आदि उपस्थित रहे।
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