छपती रही गरीबो की मजबूरियां फिर भी नही सुने थे अधिकारी ,योगी ने लगा दी क्लास
प्रकाशित खबरों को नजर अंदाज करते रहे अधिकारी,कई सरकारी दफ्तरों पर लालची कार्यकर्ता पैरवी कर एक पक्षीय कराए है कार्यवाही,थानाओ को दलाल बना दिए थे अपना घर
राधेश्याम शास्त्री, लखनऊ / देवरिया। लोक सभा चुनाव के रिजल्ट मिलते ही अब नेता मंत्री विधायक सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री भी समीक्षा करने में जुट गए है। क्योकि उत्तर प्रदेश में भाजपा की हार कुछ सीटो पर हो गई है। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों के ऊपर कड़ी निगरानी कर दिए है।
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उनका कहना है कि भ्रष्ट अधिकारियों की जांच होगी। परन्तु पूर्व समय से लेकर आज तक जब जब अधिकारियों की कमियों को उजागर किसी समाचार पत्र के द्वारा किया गया है तो उस पर कोई ध्यान नही दिया गया है।
पत्रकार चिल्लाते रहे है कमियों को छापते रहे है। परन्तु कार्यवाही न करते हुए पत्रकार को नजर अंदाज कर दिया गया है। अखबार में छपे समाचार को झूठा बताकर मामलों में लीपा पोती कर दिया गया है। जिसको लेकर लोग न्यायालय का चक्कर लगाए है।
कोई जमीनी विवाद में रोता रहा है तो कोई घरौनी की कागज के लिए दौड़ता रहा है फिर भी बड़ी मात्रा में हर घर घरौनी प्रमाण पत्र इस समय तक नही पहुच पाया है। फर्जी मुकदमे और प्रशासनिक कार्यवाही से उत्तर प्रदेश की जनता रोती रही है।
परन्तु इन बातों पर कभी समीक्षा नही हुई है। कि धरातल पर जनता खुश है या दुखी। दफ्तर के कार्यो में लापरवाही, शिक्षा, मिड डे मील , किताब में लापरवाही, समाधान दिवस पर फरियादों के निपटारे में देरी , शुद्ध पेय जल का चालू न होना, पेय जल के लिए तोड़ी गई सड़को की मरमत ठिक से न होना , राशन की कटौती कर बेच देना , राशन कार्ड में नाम को न जोड़ना, बिजली विभाग के मनमाने बिल और जजर तार को समय से न बदलना, 112 नंबर की सेवा से तत्काल समाधान न करना ,अधिकारी कर्मचारी की समीक्षा समय से न करना , वेवजह फर्जी जांच कर उत्पीड़न देना , जनता के साथ सही तरीके से पेश न आना इत्यादि की समस्यायों को नजर अन्दाज करने का यह फल रहा कि आज उत्तर प्रदेश की जनता विपक्ष के बातों को सुनकर बदलने पर मजबूर हो गई।
क्योकि सरकारी दफ्तरों से लेकर थाना तक कार्यकर्ता व दलालो के द्वारा जनता को परेशान करते हुए एकपक्षीय कार्यवाही करने की चर्चाएं भी क्षेत्र में खूब बढ़ी हुई थी। जिसका असर रहा की जनता आज भाजपा के पास से हटकर कही और जाती दिखी।
मतगणना के बाद आज जनता के द्वारा जब हिसाब किया गया है तो स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जो सवाल मीडिया पूछा करती थी वही सवाल योगी जी के द्वारा अधिकारी का क्लास लगाकर सवालों के साथ हिसाब करना सुरु कर दिया गया है- सूत्र संवाद
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