घटिया ईंट से हो रहें अमृत सरोवर के निर्माण पर ग्रामीणों ने जताई नाराजगी

विकासखंड बिशनपुरा के नहरिया गांव में मनरेगा योजना के तहत कराया जा रहे घटिया ईंट से अमृत सरोवर के निर्माण का विरोध करते हुए ग्रामीण, प्रधान द्वारा कराये जा रहे कार्य पर असंतोष जाहिर करते हुए ग्रामीणों ने गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य का किया मांग

Tv9भारत समाचार :कुशीनगर। गांव के विकास कार्यों में ग्राम प्रधान सहित ग्राम सचिव और तकनीक सहायक  तीनों की भूमिका संलिप्त होती है। ऐसे में गांव के लोगों का कहना है कि किसी भी विकास कार्य के लिए शासन से मिली धनराशि में से 70% प्रतिशत भी धन यादि ईमानदारी से खर्च कर दिया जाए तो भी बेहतर निर्माण कार्य की परिकल्पना की जा सकती है।

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आपको बता दें कि कुशीनगर जनपद के विकासखंड बिशनपुरा अंतर्गत ग्राम पंचायत नहरिया गांव में तालाब का सौंन्द्रयीकरण कार्य मानसरोवर प्रोजेक्ट के तहत मनरेगा से कराया जा रहा हैं। जिसमें स्थानीय ग्रामीणों ने विकाश विभाग के अधिकारियों सहित ग्राम प्रधान के ऊपर निर्माण कार्य में घटिया समाग्री का प्रयोग कर धनउगाही का आरोप लगाया हैं। ग्रामीणों के शिकायत पर tv9भारत समाचार के संवाददाता मौके पर पहुंचे तो इस संबंध में तकनीक सहायक से पूछे जानें पर  कहा कि शिकायत संज्ञान में आया है।

सरकार की भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की जीरो टॉलरेंस नीति विकास कार्यों में पूरी तरह ध्वस्त,अधिकारी व कर्मचारी मस्त, लुटाही चरम पर 

मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम प्रधान द्वारा कराए जा रहे अमृत सरोवर के निर्माण का वजट अनुमानित धनराशि लगभग 16 से 20 लाख रुपये के मध्य है। नहरिया गांव के ग्रामीणों का कहना है कि सरकार जहां भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की जीरो टॉलरेंस नीति अपनाना चाहती है तो वही विकासखंड बिशनपुरा के अधिकारी व कर्मचारी सरकारी धन का बन्दर बांट कर विकास के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा करने करने की चाहत में है।

गांव वालों में अशोक गुप्ता,राजेंद्र गुप्ता,प्रहलाद,अजीत, नथुनी आदि लोग मौजूद रहे।

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