गोरखपुर में बनेगा विश्वस्तरीय रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
दिनेश चन्द्र मिश्र, विशेष संवाददाता tv9भारत समाचार : गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर में रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है और गोरखपुर स्थत रामगढ़ताल के समीप विश्वस्तरीय रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर बनाने के लिए सरकार रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (आरएफआई) को वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में जगह उपलब्ध कराएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की सभी बड़ी झीलों में वाटर स्पोर्ट्स की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
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मुख्यमंत्री शनिवार को रामगढ़ताल में आयोजित 25वीं सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप के समापन समारोह में खिलाड़ियों और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश में रोइंग के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। जरूरत है प्रतिभाओं को तराशने की। हमारे रोइंग खिलाड़ी ओलंपिक और अन्य वैश्विक प्रतिस्पर्धाओं में प्रतिभाग कर मेडल जीत सकते हैं। उन्होंने कहा कि रोइंग में प्रतिभाओं को तराशने के लिए सरकार रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अनुरोध पर रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर खोलने के लिए रामगढ़ताल के पास बने वर्ल्ड क्लास वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में स्पेस देगी और साथ ही सेंटर को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रदेश सरकार हर प्रकार का सहयोग देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में कई प्राकृतिक झीलें हैं, वहां भी रोइंग की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
योगी ने एशियन गेम्स और अंतरराष्ट्रीय स्तर की अन्य रोइंग स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले यूपी के खिलाड़ियों लक्ष्मण अवार्डी और देवरिया के युवा कल्याण अधिकारी पुनीत बालियान,लक्ष्मण अवॉर्डी कुदरत अली, बुलंदशहर निवासी अरविंद सिंह, सुल्तानपुर निवासी मोहम्मद आजाद, हापुड़ निवासी लोकेश कुमार और संतकबीरनगर निवासी राजेश कुमार का जिक्र करते हुए कहा कि रोइंग के इन खिलाड़ियों ने प्रदेश का मान देश और दुनिया में बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल शरीर और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के साथ अब शानदार करियर बनाने का भी सशक्त माध्यम बन गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने खेल नीति बनाकरओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स जैसी प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले यूपी के खिलाड़ियों को शासकीय सेवाओं में सीधी नौकरी देने का शासनादेश जारी कर रखा है। टोक्यो ओलंपिक में पदक विजेता हॉकी टीम के खिलाड़ी ललित उपाध्याय को यूपी पुलिस में डिप्टी एसपी की नौकरी दी गई है। इस बार के ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी राजकुमार पाल को भी नौकरी देने की घोषणा की आज चुकी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को शासकीय सेवाओं से जोड़ा जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार खेलों को आगे बढ़ाने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में खेलो इंडिया,सांसद खेल स्पर्धा, फिट इंडिया मूवमेंट आदि से देश में खेलों का बेहतरीन माहौल बना है। योगी ने कहा कि प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने, उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इसके तहत युद्ध स्तर पर प्रदेश की सभी 57 हजार ग्राम पंचायतों में खेल मैदान व ओपन जिम, ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम और जिला स्तर पर स्टेडियम बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मेरठ में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर प्रदेश के पहले और विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का निर्माण भी तेजी से हो रहा है।
योगी ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से ओलंपिक एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ तथा कांस्य पदक
विजेता को 2 करोड़ रुपये देने की व्यवस्था तय की गई है। ओलंपिक की टीम स्पर्धा में यह राशि क्रमशः 3, 2 व 1 करोड़ रुपये है। ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को 10 लाख रुपयेकी प्रोत्साहन राशि दी जाती है। उन्होंने बताया कि एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत पदक विजेता को 1.5 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 75 लाख रुपये का पुरस्कार दियाजाता है। कामनवेल्थ खेल तथा विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता को 1.5 करोड़, रजत पदक विजेता को 75 लाख व कांस्य पदक विजेता को 50 हजार रुपये दिए जाते हैं। इसी तरह सैफ औरनेशनल गेम्स में भी विजेताओं को नकद राशि से पुरस्कृत किया जाता है।
योगी ने कहा कि पुराने खिलाड़ियों को सरकार कोच के रूप में नियुक्त कर उन्हें प्रतिमाह डेढ़ लाख रुपये मानदेय दे रही है। पदम् पुरस्कार करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए सरकार की तरफ से प्रतिमाह 20 हजार रुपये वित्तीय सहायता दी जा रही है। इसके साथ ही अशक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रतिमाह 10 हजार रुपये, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 6 हजार तथा राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को प्रतिमाह 4 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 140 खिलाड़ियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष से आर्थिक सहायता दी गई है।
रामगढ़ताल में दूसरी बार रोइंग की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के आयोजन से प्रसन्न मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह उनके लिए अतिरिक्त प्रसन्नता का क्षण है। 10 वर्ष पूर्व जो रामगढ़ताल पूर्वी उत्तर प्रदेश के अपराध का गढ़ था वह आज प्रभु राम की कृपा से आकर्षण और जल क्रीड़ा की प्रतियोगिताओं का गढ़ बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यही वास्तविक परिवर्तन होता है। रामगढ़ताल पर्यटन के साथ खेल का भी बेहतरीन डेस्टिनेशन बन गया है।इसके आसपास कई होटल खुल चुके हैं, ताल में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट भी शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को दीपावली की बधाई देते हुए कहा कि जब हम अच्छा सोचते हैं तो हमारी सकारात्मक ऊर्जा समाज और राष्ट्र के उत्थान में लगती है।
मुख्यमंत्री ने सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले (500 मीटर, डबल स्कल्स बालिका और कॉक्सलेस फोर बालक) का अवलोकन कर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया।
उन्होंने खिलाड़ियों के जुनून को काफी सराहा। इसके पहले कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर जब नन्हें खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों ने ने हाथ जोड़कर सीएम योगी का स्वागत किया तो उन्होंने इनबच्चों से हाथ मिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया।
सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप के समापन समारोह में खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम प्रदेश बन रहा है। उन्होंने कहा क योगी के नेतृत्व में खेल और खिलाड़ियों के लिए हर तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं देकर उत्तर प्रदेश खेलों का हब बन रहा है।
खेल मंत्री ने कहा कि खेल को लेकर सीएम योगी के विजन की ही देन है कि गोरखपुर के रामगढ़ताल में दूसरी बार रोइंग की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता हुई है। दो प्रतियोगिताओं की सफलता से पूरी उम्मीद है कि अगली बार यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता होगी। उन्होंने कहा कि गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि पर मुख्यमंत्री की प्रेरणा से रोइंग स्पोर्ट के बढ़ते कदम पूरे प्रदेशऔर देश मे दिखाई देंगे।
स्वागत संबोधन रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष राजलक्ष्मी सिंह देव तथा यूपी रोइंग एसोसिएशन की अध्यक्ष एवं विधायक रानी पक्षालिका सिंह ने किया। एमएलसी एवं यूपी रोइंग एसोसिएशन के संरक्षक पवन सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल, कुशीनगर के सांसद विजय दूबे, गोरखपुर के महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक फतेह बहादुर सिंह, विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह,राजेश त्रिपाठी, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, खेल निदेशक आरपी सिंह, एशियन रोइंग फेडरेशन के उपाध्यक्ष सीपी सिंह, यूपी रोइंग एसोसिएशन के सचिव सुधीर शर्मा,
उपाध्यक्ष राणा राहुल सिंह, क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी आले हैदर, रोइंग चैंपियनशिप के आयोजन सचिव पुनीत बालियान, , जिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष दिनेश सिंह, जिला कबड्डी संघ के अध्यक्षअरुणेश शाही, जिला हॉकी संघ के मनीष सिंह समेत बड़ी संख्या में खिलाड़ी, खेल प्रेमी, अधिकारी व गणमान्यजन मौजूद रहे।
25वीं सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप में बालक और बालिका वर्ग में प्रदर्शन के आधार पर ओवरऑल चैंपियन बनने की ट्रॉफी महाराष्ट्र ने जीती। बालक वर्ग की चैंपियनशिप महाराष्ट्र की टीम ने तथा बालिका वर्ग की चैंपियनशिप पंजाब की टीम ने जीती। इन टीमों को ट्रॉफी देकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुरस्कृत किया। उन्होंने अंतिम दिन के मुकाबले के पदक विजेता खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर पुरस्कृत किया।
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