क्लिक करें सारस की फोटो और वन विभाग की विशेष गणना में करें सहयोग
26 और 27 जून को जहां कहीं भी दिखे सारस जीपीएस युक्त फोटो क्लिक कर डीएफओ कतर्नियाघाट को भेजें
बहराइच। कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग, बहराइच (उत्तर प्रदेश) में ग्रीष्मकालीन सारस गणना 26 व 27 जून को किया जाना है, इस कार्य में वन विभाग का सहयोग जिले के नागरिक भी कर सकते हैं। नागरिकों को बस इतना करना है कि उन्हें जहाँ भी सारस दिखे उसका जीपीएस युक्त फोटो क्लिक करके वन विभाग को भेज दें। जिससे जिले में सारस की वास्तविक संख्या का पता लग सके। डीएफओ ने इसके लिए सभी शिक्षण संस्थाओं, प्रबुद्ध नागरिकों एवं सभी स्वयंसेवी संस्थाओं से भी अपीलकी है।
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कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने जिले के आमजन से सारस गणना में सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि जहां कही सारस दिखाई दे उनके जीपीएस युक्त फोटोग्राफ व उनकी संख्या कन्ट्रोल रूम के मोबाइल नम्बर- 9450431195 पर व्हाट्स एप के माध्यम से तत्काल भेज दें। इसके साथ ही ई-मेल
आईडी dfo.katerniaghat@gmail.com पर तस्वीरें भेज सकते हैं।
डीएफओ श्री बधावन ने बताया कि 01 जुलाई 2014 को सारस को राज्य पक्षी घोपित किया गया था। सारस क्रेन प्रजाति ऐतिहासिक रूप से देश के उत्तरी व उत्तर-पश्चिमी तराई क्षेत्रों में गंगा नदी के मैदानों में पाया जाता है। सारस क्रेन को पवित्र पक्षी माना जाता है। इस पक्षी के साथ कई मिथक भी जुड़े हुए हैं। इस पक्षी को बिन शर्त प्यार, भक्ति व सौभाग्य के शाश्वत प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है। सारस क्रेन को विशेषाधिकार प्राप्त सामाजिक दर्जा भी मिला हुआ है।
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