कई राज्यों के वैज्ञानिक बीएयू के आईसीटी मॉडल का करेंगे अध्ययन
यह प्रशिक्षण विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा आगामी 1 फरवरी से 24 फरवरी 2024 तक आयोजित किया जाएगा।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर नई दिल्ली)TV9 भारत समाचार भागलपुर (बिहार)। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर देश भर के वैज्ञानिक आईसीटी के गुरु सीखेंगे और अपने राज्यों में जाकर अमल में लाएंगे। आईसीएआर पोषित क्राफ्ट यानी कैरियर एडवांसमेंट फैकल्टी ट्रेनिंग कार्यक्रम के अंतर्गत आईसीएआर से संबद्ध संस्थाएं जैसे केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, राजकीय कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान केंद्र और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अन्य इकाइयों से वैज्ञानिक किसी खास विषयों पर बेहतर कार्य करने वाली संस्थानों में प्रशिक्षण के लिए आते हैं।
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बीएयू के कुलपति डॉक्टर डी आर सिंह ने बीएयू को क्राफ्ट ट्रेनिंग कार्यक्रम मिलने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा है कि कृषि प्रसार के क्षेत्र में हम आईसीटी के सबसे उन्नत मॉडल का प्रयोग करते हैं। और देश के अन्य संस्थाओं के वैज्ञानिक आईसीटी के हमारे मॉडल से सीख कर अपने संस्थानों में अमल में लायेंगे। इस प्रशिक्षण का विषय है, कृषि विस्तार और अनुसंधान के लिए आईसीटी में नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग। प्रसार शिक्षा निदेशक डॉक्टर आरके सोहने ने कहा कि देश के अन्य राज्यों के वैज्ञानिक बी ए यू के आईसीटी मॉडल जैसे सामुदायिक रेडियो स्टेशन, डिजिटल स्टोरी टेलिंग और कृषि प्रसार के लिए सोशल मीडिया के हो रहे प्रयोग पर प्रशिक्षण लेंगे। यह प्रशिक्षण विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा आगामी 1 फरवरी से 24 फरवरी 2024 तक आयोजित किया जाएगा। जिसमें आगंतुक वैज्ञानिक डिजिटल स्टोरी टेलिंग, फोटोग्राफी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, फिल्म प्रोडक्शन, स्क्रिप्ट राइटिंग, ई- मार्केट प्लेस एवं रेडियो प्रसारण इत्यादि विषयों पर प्रशिक्षण लेंगे। उक्त जानकारी बीएयू के पीआरओ डॉक्टर राजेश कुमार ने दी।
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