एसडीएम ज्योति के कथित प्रेमी मनीष के गांव में सन्नाटा, बोलने से बच रहे लोग
सुल्तानपुर के रहने वाले हैं होमगार्ड कमांडेंट मनीष दूबे, गांव के घर में लटक रहा टाला लखनऊ में रहता है परिवार
Tv9भारत समाचार, सुल्तानपुर। जौनपुर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज जिले से जुड़ी यह कहानी सर्वाधिक चर्चा में है। यूट्यूबर जहां इससे जुड़े कई वीडियो बना रहे वहीं आम लोग भी अपनी रील बना सोशल मीडिया पर डाल रहे। बात हो रही है एसडीएम ज्योति मौर्या एवं उनके पति आलोक मौर्या व कथित प्रेमी मनीष दूबे की। जिनकी चर्चा इन दिनों आम है। इस कहानी की चर्चा हर एक की जुबां पर है। यूं तो ऐसे प्रकरण न तो पहली बार है न ही अंतिम बार। लेकिन सर्वाधिक यही ट्रेंड कर रहा है।
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होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे की कथित प्रेमिका एसडीएम ज्योति मौर्या आजमगढ़ एवं आलोक जौनपुर के रहने वाले हैं। प्रयागराज में आलोक एवं ज्योति रहते हैं। ज्योति की जिंदगी में आए कथित प्रेमी होमगार्ड कमांडेंट मनीष दूबे सुल्तानपुर के मूल निवासी हैं। पहले से चर्चाओं में रहा जौनपुर, आजमगढ़, प्रयागराज के बाद अब सुल्तानपुर जिला भी चर्चा में है। जिला मुख्यालय से बीस किमी दूर कूरेभार ब्लाक का पूरेबदल दूबे का पुरवा होमगार्ड कमांडेंट मनीष दूबे का गांव है।
हालांकि उनका परिवार अर्से से लखनऊ में रहता है। घर पर ताला लटक रहा है। जानकारी होने पर स्वदेश संवाददाता मनीष दूबे के गांव पहुँचा तो गांव के बाहर मिली एक महिला से बातचीत शुरू हुई तो पहले वह कुछ बोलने से साफ मना किया। बाद में बोली कि ज्योति की एक बार शादी हो चुकी है, उन्हें दोबारा मनीष को नहीं फंसाना चाहिए। यह गलत बात है। वह दो बच्चों की मां हैं। वहीं ज्यादातर लोग एसडीएम ज्योति मौर्या और मनीष दुबे के रिश्ते पर बात करने से कतराते रहें। हालांकि पट्टीदार मनीष की तरफदारी करते दिखे।
पट्टीदारों के अनुसार मनीष को गलत फंसाया जा रहा है। मनीष दूबे की चाची गीता दूबे कहती हैं कि प्रेम प्रसंग का मामला है, हम लोग क्या कहें, कुछ कहते नहीं बनता है लेकिन मनीष गलत नहीं हैं। उन्हें गलत बताया जा रहा है। अगर वे गलत होते तो इतना पढ़-लिखकर अफसर नहीं बनते। वहीं उनके चाचा गंगाचरण दूबे कहते हैं कि मनीष लखनऊ में पले-बढ़े, लिखे-पढ़े हैं। नौकरी के दौरान क्या कर रहे हैं, यह किसे पता है। लोग बेवजह अफवाह फैला रहे। वे साफ कहते हैं कि ज्योति और मनीष को अपनी-अपनी ड्यूटी करनी चाहिए, फिजूल की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। भतीजा अपने चाचा का बचाव करते हुए कहा कि चाचा के खिलाफ साजिश की जा रही। एसडीएम ज्योति मौर्य का नाम लेकर चाचा को गलत तरीके के बदनाम किया जा रहा है।
कमांडेंट के गांव में समस्याओं का अंबार, ज्यादातर कुवांरे हैं युवा
हाेमगार्ड कमांडेंट मनीष दूबे का गांव बहुत पिछड़े इलाके में है। ग्रामीणों से बातचीत दौरान यह उजागर हुआ कि इसी कारण लोग यहां अपनी बेटियों की शादी करने नही आते। कीचड़ और झाड़ झंखाड़ होने से बहुत से लोगों की शादी नहीं हो पाती है। युवाओं ने गांव में नाली, सड़क, गंदगी, जलभराव जैसी समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि इन समस्याओं के कारण समय से युवाओं की शादी नहीं हो पाती है। मनीष दूबे के इस गांव में ज्यादातर युवा कुंवारे हैं। शादी के पवित्र बंधन में बंधने के लिए यहां के युवाओं को लव अफेयर का भी सहारा लेना पड़ता है।
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