अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर “गाँधी के संग, प्रेम के रंग” कार्यक्रम का आयोजन
👉भागलपुर ही नहीं बल्कि 810 ग्रामीण इलाकों में भी अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस का आयोजन 👉एम के पब्लिक स्कूल के छात्रों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की मनाई जयंती
शैलेन्द्र कुमार गुप्ता,भागलपुर।अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर सोमवार को पीस सेंटर परिधि, राष्ट्र सेवा दल, युसूफ मेहर अली सेंटर द्वारा “गाँधी के संग, प्रेम के रंग” कार्यक्रम का आयोजन स्टेशन चौक, भागलपुर, कहलगैया, कासिमपुर तरछा, हज्जू डीह, खैरपुर आदि जगहों पर विस्तृत रूप से किया गया। इस अवसर पर भागलपुर की पूर्व महापौर डॉ वीणा यादव ने कहा कि गाँधी जी ने सत्य और अहिंसा के प्रयोग द्वारा दुनियां की सबसे बड़ी ताकत को मात ही नहीं दी बल्कि दुनियां को अन्याय के खिलाफ लड़ने का अहिंसक माध्यम भी दिया।
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संस्कृति कर्मी उदय ने गांधी जी को याद करते हुए कहा कि 2007 में यूएनओ ने गांधी जी के जन्मदिन को यूं ही अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित नहीं कर दिया। अहिंसा की बात बहुत पहले से अलग-अलग धर्म और विचारों में होते रहे हैं पर उनका उद्देश्य आध्यात्मिक रहा। महात्मा गांधी ने पहली बार अहिंसा को राजनैतिक तौर पर इस्तेमाल किया। अहिंसा और प्रेम केवल पर सामने खड़े दुश्मन को भी पराजित करके दिखाया। गांधी अपने दुश्मन से भी घृणा नहीं करते थे। इसलिए गांधी के साथ अंग्रेज भी खड़े हो गए।
पहली बार दुनिया ने अहिंसा और प्रेम को राजनीतिक मुक्ति पाने के औजार के रूप में देखा। गांधी के बाद दुनिया में कई ऐसे आंदोलन हुए जिसने गांधी का रास्ता अपनाया। एनुल होदा ने कहा कि गाँधी जी की हत्या हुई पर गाँधी मरे नहीं, वे अब भी अपने विचारों द्वारा हम सबके बीच जिंदा हैं।
ललन ने कहा उस निहत्थे संत ने बिना किसी हथियार के ‘सत्य अहिंसा ‘ से लाखों करोड़ों देशवासियों को अंग्रेजी हुकूमत के सामने खड़ा कर दिया और “आजाद भारत” का जन्म हो गया। उनके सत्य अहिंसा का संघर्ष आज विश्व मानवता को दिशा दे रहा है। शारदा श्रीवास्तव ने गांधी जी को याद करते हुए कहा कि कोई कितना ही घृणा और हिंसा क्यों न कर ले प्रेम के सामने उसे नतमस्तक होना ही होता है। गांधी के सॉन्ग प्रेम के रंग कार्यक्रम उसी को याद करने का है। संचालन करते हुए पीस सेंटर परिधि के राहुल ने कहा कि अगर देश को तरक्की करनी है तो शांति और प्रेम मूलक समाज की स्थापना करनी ही होगी। बिना बराबरी और सम्मान के यह देश तरक्की नहीं कर सकता। अगर हम सच्चे देशभक्त हैं तो हमें गांधी का रास्ता अपनाते हुए समाज में प्रेम और अहिंसा का माहौल बनाना होगा। हिंसा और घृणा की बात करने वाले लोगों का प्रतिकार करना होगा। इसलिए पीस सेंटर परिधि गांधी के प्रेम और अहिंसा के विचार को गांव टोला मोहल्ले में अधिक से अधिक फैलाने का प्रयास कर रहा है।आज सिर्फ भागलपुर ही नहीं बल्कि 810 ग्रामीण इलाकों में भी हमारे साथी अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस का आयोजन कर रहे हैं।
इस अवसर पर शायर एक राम हुसैन साद और कवि कपिल देव कृपाल ने अपनी रचना की सांस्कृतिक प्रस्तुति द्वारा मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। विनय कुमार भारतीय ने गांधी के भजन और सद्भाव गीत प्रस्तुत किया और ललन ने धन्यवाद दिया साथ ही डॉ वीणा यादव, एनुल होदा,अर्जुन शर्मा, चंदन कुमार, चंदा देवी, सुषमा, सोभा श्रीवास्तव, फनी चंद्र आदि मौजूद रहे।
एम के पब्लिक स्कूल के छात्रों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की मनाई जयंती
भगलपुर। एम के पब्लिक स्कूल में अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले आजादी के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एव जय जवान,जय किसान का नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के डायरेक्टर राजीव कुमार सिंह, वार्ड पार्षद अजय साह,वार्ड पार्षद अमीर पाठक एवं स्कूल के प्रधानाचार्य निजात खान ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया।
स्कूल के छोटे- छोटे बच्चे अंकित,यस,जानवी, आरव, अराघिया, पीहु,रितीका, प्रेरणा, खुशी,आरूषि,रूची, ऊमा गांघी कै पोशाक में सुंदर- सुंदर नाटक प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। इस अवसर पर शिक्षका सोनल कुमारी, ब्युटी कुमारी, सानु झा, पुजा कुमारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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