अपनी इच्छाओं को बच्चों पर ना थोपें
शिक्षकों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर नई दिल्ली) TV9 भारत समाचार भागलपुर (बिहार)। गणपत राय सालारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर भागलपुर में दिनांक 3 अक्टूबर 2023 मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निर्देशानुसार क्षमता निर्माण कार्यक्रम पर आधारित शिक्षकों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण केंद्र निदेशक एवं प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक, रिसोर्स पर्सन सीताराम झा एवं एजाज अहमद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
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छात्रों के चिंतन कौशल का विकास विषय पर प्रशिक्षण देते हुए मोहम्मद ऐजाज अहमद ने कहा कि छात्रों के लिए केवल अध्यापन ही पर्याप्त नहीं है अध्यापन के क्रम में छात्रों के चिंतन कौशल के विकास हेतु रचनात्मक एवं चिंतन से युक्त सोचना आवश्यक होता है। वर्तमान समय में रटने का अभ्यास का कोई महत्व नहीं है। सकारात्मक एवं रचनात्मक प्रश्न पूछने से उसके ज्ञान का स्थाईकरण भी होता है, तथा छात्रों में रचनात्मक एवं चिंतन कौशल का विकास होता है। द्वितीय सत्र के प्रशिक्षण में सीताराम झां ने कहा कि बच्चों में क्षमता, ज्ञान एवं बुद्धि स्वभाविक रूप से होता है,आवश्यकता है तो उसे सही दिशा निर्देश देने की। शिक्षकों को कुंभकार के रूप में भी कार्य करना चाहिए। सभी छात्रों में प्रतिभा छिपी होती है उसकी प्रतिभा का विकास करना ही हमारा मुख्य दायित्व है। अपने परिश्रम एवं कर्तव्य निष्ठा से छात्रों के लिए आदर्श बने, क्योंकि बच्चे अनुकरण शील होते हैं। छात्रों के गुणों का विकास करने के लिए उनके मन की बातों को भी सुनना चाहिए। अभिभावक एवं शिक्षक अपनी इच्छाओं को बच्चों पर ना थोपें । उसके लिए व्यावहारिक एवं प्रायोगिक ज्ञान आज अत्यंत ही आवश्यक हो गया है। बच्चों को स्वतंत्र चिंतन करने का एवं लक्ष्य निर्धारण हेतु सोचने का अवसर अवश्य दें। छात्रों की प्रतिभा एवं रुचि को जानकर आगे बढ़ने का अवसर देना अभिभावकों एवं शिक्षकों का दायित्व है। इस अवसर पर विद्यालय प्रशिक्षण समन्वयक अजय कुमार, राजीव वर्मा, मीडिया प्रभारी दीपक कुमार झा, उप प्रधानाचार्य अशोक कुमार मिश्रा तथा रांची, सहरसा, बख्तियारपुर, गोड्डा, भागलपुर, दरभंगा, सिवान, बांका आदि अनेक शहरों में सीबीएसई द्वारा संचालित विद्यालयों के 100 से अधिक शिक्षकों ने प्रशिक्षण वर्ग में भाग लिया।
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