अंधकारमय संसार को प्रकाशमान करने वाली मां हैं कूष्मांडा : गरुणेश जी महराज
मां दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप ने की थी ब्रह्मांड की संरचना
बहराइच। नवरात्रि 9 दिनों का त्यौहार है, या यूँ कहें कि आदिशक्ति की नवरात तक उपासना के बाद व्यक्ति के अंदर ऊर्जा का प्रस्फुटन होता है। मां दुर्गा सभी दुख और क्लेशों को हरने वाली शक्ति हैं। जब पूरे संसार में अंधकार व्याप्त था तब मां दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप ने ब्रह्मांड की संरचना की थी। उसके बाद जिओ की उत्पत्ति हुई और हम सब आए इसीलिए मां दुर्गा को आदि शक्ति भी कहा जाता है यह बात अयोध्या धाम से आए कथावाचक व्यास गरुणेश जी महाराज ने कही।
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नवरात्रि महोत्सव के अवसर पर बहराइच जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर रामगांव थाना अंतर्गत श्री वैष्णवी माता मंदिर नेवादा में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी मां दुर्गा की उपासना और साधना भव्य अंदाज में हो रही है। अयोध्या धाम से आए व्यास कथा वाचक गरुणेश जी महराज मां दुर्गा के शक्ति और स्वरूप के साथ संपूर्ण महात्म्य की कथा का प्रवचन कर रहे हैं।
बुधवार को मां दुर्गा के चौथे स्वरूप कूष्मांडा की पूजा अर्चना श्री वैश्नवी माता मंदिर में विधि विधान से हुई। शाम को मां दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की महा आरती में क्षेत्र के सैकड़ो श्रद्धालु एकत्रित हुए। मां दुर्गा और मां कुष्मांडा की जयकारों से मंदिर परिसर के साथ ही सम्पूर्ण क्षेत्र गूंजता रहा।
पूजन और आरती के बाद अयोध्या धाम से आए व्यास कथा वाचक गरुणेश जी महाराज ने मां कूष्मांडा के स्वरूप का बखान करते हुए कहा कि पृथ्वी पर जब चारों तरफ अंधकार था, किसी भी जीव जंतु का वास नहीं था तब मां दुर्गा ने कुष्मांडा स्वरूप के द्वारा ब्रह्मांड की रचना की। इसके बाद सूरज, चांद, तारे, धरती, आकाश अस्तित्व में आए।
व्यास कथा वाचक गरुणेश जी महाराज ने कहा कि आदि शक्ति मां दुर्गा की शक्ति से ही सृष्टि की उत्पत्ति हुई। मां दुर्गा की आराधना के 9 दिन उपासक और साधक को उपासना के दौरान दिव्य अनुभूति करते हैं। मां दुर्गा की साधना करके ही व्यक्ति भवसागर पार हो सकता है। मां दुर्गा की जिसने भी सच्चे मन से साधना की उसके दुख, क्लेश का निवारण पल भर में होता है।
प्रवचन के दौरान नवयुवक दुर्गा पूजा समिति नेवादा रामगांव के संरक्षक पंडित राजकुमार बाजपेई, आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रभाकर शुक्ला, उपाध्यक्ष विनोद तिवारी, सुनील पाण्डेय, पंकज शुक्ला, कोषाध्यक्ष रामशंकर तिवारी, महामंत्री अतुल शुक्ला, सचिव सनी सिंह समेत सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु महिलाएं और पुरुष मौजूद रहे।
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