कुशीनगर पुलिस अधीक्षक बनाये गये संतोष मिश्रा वास्तव मे हैं एक हीरो, गरीबो का मसीहा कहते हैं लोग

50 लाख की प्राइवेट नौकरी छोड़ आज सिविल सर्विसेज मे अपराधियों के लिये बने हुए हैं काल, हमेशा से देश सेवा करने की रही है लगन ; पुलिस अधीक्षक कुशीनगर बनाये जाने पर आपको बहुत बहुत बधाई

पत्रकार के कलम से : एक कहावत आपने सुना ही होगा की एक से अभी राहत मिली ही नही थी की तबतक दूसरे आ गये, ठीक वैसे ही कुशीनगर पुलिस अधीक्षक रहे धवल जायसवाल ने जो कुशीनगर मे न्याय की अलख जगाई थी और अपराधियो मे धाकङ धवल के नाम से जो रूतबा था उससे अपराधी हर पल खौफ मे रहते थे। लेकीन उन अपराधियो को धवल की तबादले के बाद भी राहत नही मिलने वाला है क्योकि नये पुलिस अधीक्षक भी आईपीएस धाकङ के नाम से ही जाने जाते हैं और यह जहा भी रहें हैं वहा अपराधियो को जेल की कटघरे मे ही रखा हुआ है।

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आईपीएस श्री संतोष मिश्रा वास्तविक जीवन में भी जनता के लिए किसी हीरो से कम नहीं है। एसपी संतोष मिश्रा के जिले में आने के बाद से बचे खुचे अपराध पर न सिर्फ अंकुश लगेगा, बल्कि एक के बाद एक कई बङे जनहित मे फैसले भी देखे जा सकते हैं?आईये जानते हैं कौन है एसपी संतोष मिश्रा आईपीएस जिनके भय से अपराधी थर थर कांपते और जगह जगह पनाह मांगते फिरते हैं।

उत्तर प्रदेश के लखनऊ मे तैनात व वर्तमान मे कुशीनगर पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार मिश्रा ट्विटर से लेकर फेसबुक तक अपने नेक कार्यो और न्यायमूर्ति के रूप (जैसे) मे छाए रहते है। बिहार के पटना के रहने वाले वाले श्री संतोष कुमार मिश्रा 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी है। संतोष कुमार मिश्रा के पिता जी आर्मी में थे। संतोष कुमार मिश्रा ने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई बिहार के स्कूल में किया। शुरुआती सफर से आगे बढ़कर संतोष कुमार मिश्रा ने पुणे यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी ,टेक ,कर डिग्री हासिल किया और इंजीनियर बनने के बाद संतोष कुमार मिश्रा विदेश चले गए, जहां पर यूरोप और अमेरिका की कंपनी में नौकरी किये। सन 2011 में अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की 50 लाख रुपये की नौकरी छोड़ कर संतोष कुमार मिश्रा सिविल सर्विसेज की तैयारी करने लगे जहां पर पहले ही प्रयास में सफलता हासिल करते हुए आईपीएस अधिकारी बन गए। देश के प्रति सच्ची लगन संतोष कुमार मिश्रा को अपने मातृभूमि में वापस खींच लाई और जहा जहा इनकी तैनाती रही वहा वहां अपराधी अपराध करने से पहले एक बार नही बल्कि दस बार सोचते रहते थे क्योकि इनकी कार्यशैली ही ऐसी थी।

रामपुर, गोंडा,मिर्जापुर, लखनऊ में अपराधियों के बने काल

आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा मिर्जापुर से पहले रामपुर और गोंडा जिले में बतौर एसपी तैनात रहे हैं। वर्तमान में लखनऊ जिले में अपराधियों के लिए काल बन बने हुए थे जिनकी अब कुशीनगर पुलिस अधीक्षक के तौर पर तैनाती कर दी गई है आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा की जनता भी कायल रहती है। भीड़ में सिपाही की भूमिका निभानी हो या छोटे बच्चों से हंसी दुलार की भूमिका करनी है या फिर गरीबों के लिए तारणहार बनने की भूमिका करनी हो आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा ने हर क्षेत्र में न सिर्फ अव्वल रहे हैं बल्कि जनता की मोहब्बत भी उनके साथ रहता है।

वहीं सोशल मीडिया पर है आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा का लाखों फॉलोवर है। आईपीएस संतोष मिश्रा के फेसबुक पर एक लाख पचास हजार से अधिक लोगों ने फॉलो किया है तो इसके साथ ही ट्विटर पर भी लाखो फॉलोवर है और इंस्टाग्राम पर भी हजारो हजारो लोगों ने फॉलो किया हुआ है।

कुशीनगर धरती की सौभाग्य है कि एक शानदार व जानदार व्यक्तिव वाले आईपीएस धवल जयसवाल के जाने के बाद एक अन्य ठीक उनके जैसे या उनसे बेहतर आईपीएस की तैनाती कर दी गई है जहां आमजनो की समस्या का हल लगातार निकलता रहेगा।

आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा से कुशीनगर जनता की बहूत उम्मीदे हैं और आशा है की वह पुरी भी होती रहेगी क्योकि पुर्व की कार्यशैली देखें तो जहा भी रहे हैं वहा किसी को निराश नही होना पङा है । सामाज की पीड़ा पत्रकारिता के माध्यम से प्रकाशित करने के नाते भी यही उम्मीद रखता हूं की हम लोगो की न्याय के लिए उठाये जा रहे आवाज को आपके आने के बाद भी बल मिलता रहेगा।

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